उत्तर प्रदेश
Saturday, August 17, 2019
भारतीय क्रांतिकारी संघ ने मनाया संकल्प दिवस । हम भारत के कटे -पिटे मानचित्र को स्वीकार नही करते "-आसौलिया
भारतीय क्रान्तिकारी संघ के तत्वावधान में आगरा शहर में माल रोड ,नेताजी सुभाषचंद्र बोस जी की प्रतिमा के समक्ष अखंड भारत दिवस "संकल्प दिवस " के रूप में मनाया गया । कार्यक्रम में भारतीय क्रान्तिकारी संघ के क्रान्तिकारी कार्यकर्ता सैकड़ों की संख्या में शामिल होते हुए भारत माता की जय , वन्दे मातरम , जय हिन्द, इन्कलाब ज़िंदाबाद के नारों से आगरा शहर गूँज उठा । कार्यक्रम का शुभारंभ नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्पाहार अर्पित शुभारंभ किया गया ।
भारतीय क्रान्तिकारी संयोजक धर्मेन्द्र आसौलिया ने भारतीय क्रान्तिकारी संघ के कार्यकर्ताओं को अखण्ड भारत दिवस " संकल्प दिवस पर संकल्प दिलाते हुए कहा कि हम भारत के कटे -पिटे मानचित्र को क्रान्ति की आवाज से एक बार फिर अखण्ड भारत बनाएंगे । 14 अगस्त 1947 को एक साज़िश के तहत भारत को विभाजित कर दिया । हमें हमारा बांग्लादेश,पाकिस्तान , भूटान , वर्मा ,अफगानिस्तान ,आदि जो भोगौलिक स्तिथि थी वो पुनः चाहिए।
भारतीय क्रान्तिकारी संघ के सह संयोजक प्रमोद मढ़ाका ने क्रांतिकारी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश की आजादी की खातिर क्रान्तिकारी नेताओं ने अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया । अपनी कुर्वानी दी । लेकिन 14 अगस्त 1947 की रात 12 बजे देश को आजादी नही एक सन्धि हुई "ट्रांसफर ऑफ़ पावर " जिसे देश के क्रांतिकारी नेता नेताजी सुभाषचंद्र बोस , भगत सिंह सहित क्रांतिकारी नेताओं को यह सन्धि स्वीकार नहीं थी । लेकिन लार्ड माउंटेन के साथ सत्ता के भूखे भेड़ियों ने क्रान्तिकारीयो के त्याग ,बलिदान ,कुर्बानी को ताक में रख कर उस सन्धि पर हस्ताक्षर कर भारत को खण्डित कर दिया । लार्ड माउंटेन ने जो आजादी की जो सन्धि की उसमें कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस जिंदा या मुर्दा हमे सौपना है ।
मढ़ाका ने कहा कि 1615 से लेकर 1857 तक 565 जो संधियां हुई उससे ज्यादा खतरनाक यह सन्धि है । जिसे भारतीय क्रान्तिकारी संघ किसी भी कीमत पर कतई स्वीकार नहीं करता है । भारतीय क्रान्तिकारी संघ संकल्प लेता है कि क्रान्तिकारी नेताओं के सपनों को साकार करेगा ।
इस दौरान भारतीय क्रान्तिकारी संघ के राजू पचौरी ,मुन्नाभाई बजरंगी , रंजीत कुमार , देवेन्द्र राही ,सतेंद्र गहलोत , बालिक राम धारिया ,विक्की सोनकर , धर्मवीर सिंह , गौरव ठाकुर , धर्मजीत सिंह गौरव आसौलिया , परम
सिंह ,विपिन कुमार ,उत्तम चन्द्र सोनकर ,रवि शर्मा ,अनूप ,अवनीश,आशीष ,राजेश ,श्रीकान्त वाल्मीकि ,,रामावतार ,सुधीर ,एवं दर्जन कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम को मुन्नाभाई बजरंगी ,धर्मवीर सिंह सहित कई क्रान्तिकारीयो ने संबोधित किया ।
भारतीय क्रान्तिकारी संयोजक धर्मेन्द्र आसौलिया ने भारतीय क्रान्तिकारी संघ के कार्यकर्ताओं को अखण्ड भारत दिवस " संकल्प दिवस पर संकल्प दिलाते हुए कहा कि हम भारत के कटे -पिटे मानचित्र को क्रान्ति की आवाज से एक बार फिर अखण्ड भारत बनाएंगे । 14 अगस्त 1947 को एक साज़िश के तहत भारत को विभाजित कर दिया । हमें हमारा बांग्लादेश,पाकिस्तान , भूटान , वर्मा ,अफगानिस्तान ,आदि जो भोगौलिक स्तिथि थी वो पुनः चाहिए।
भारतीय क्रान्तिकारी संघ के सह संयोजक प्रमोद मढ़ाका ने क्रांतिकारी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश की आजादी की खातिर क्रान्तिकारी नेताओं ने अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया । अपनी कुर्वानी दी । लेकिन 14 अगस्त 1947 की रात 12 बजे देश को आजादी नही एक सन्धि हुई "ट्रांसफर ऑफ़ पावर " जिसे देश के क्रांतिकारी नेता नेताजी सुभाषचंद्र बोस , भगत सिंह सहित क्रांतिकारी नेताओं को यह सन्धि स्वीकार नहीं थी । लेकिन लार्ड माउंटेन के साथ सत्ता के भूखे भेड़ियों ने क्रान्तिकारीयो के त्याग ,बलिदान ,कुर्बानी को ताक में रख कर उस सन्धि पर हस्ताक्षर कर भारत को खण्डित कर दिया । लार्ड माउंटेन ने जो आजादी की जो सन्धि की उसमें कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस जिंदा या मुर्दा हमे सौपना है ।
मढ़ाका ने कहा कि 1615 से लेकर 1857 तक 565 जो संधियां हुई उससे ज्यादा खतरनाक यह सन्धि है । जिसे भारतीय क्रान्तिकारी संघ किसी भी कीमत पर कतई स्वीकार नहीं करता है । भारतीय क्रान्तिकारी संघ संकल्प लेता है कि क्रान्तिकारी नेताओं के सपनों को साकार करेगा ।
इस दौरान भारतीय क्रान्तिकारी संघ के राजू पचौरी ,मुन्नाभाई बजरंगी , रंजीत कुमार , देवेन्द्र राही ,सतेंद्र गहलोत , बालिक राम धारिया ,विक्की सोनकर , धर्मवीर सिंह , गौरव ठाकुर , धर्मजीत सिंह गौरव आसौलिया , परम
सिंह ,विपिन कुमार ,उत्तम चन्द्र सोनकर ,रवि शर्मा ,अनूप ,अवनीश,आशीष ,राजेश ,श्रीकान्त वाल्मीकि ,,रामावतार ,सुधीर ,एवं दर्जन कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम को मुन्नाभाई बजरंगी ,धर्मवीर सिंह सहित कई क्रान्तिकारीयो ने संबोधित किया ।